ऐसे नहाने पर नहीं होंगे कभी बीमार

-वंदना
लोग अक्सर सर्दी के मौसम में गर्म पानी से नहाने की सलाह देते हैं। किंतु कई शोध में किए गए अध्ययनों से पता चला है कि एक स्वस्थ्य व्यक्ति के लिए सर्दी के मौसम में ठंडे पानी से नहाना फ़ायदेमंद होता है। हमारे योगी, साधु भी तो सर्दी के मौसम में ठंडे पानी से ही नहाते हैं और पूर्णतया स्वस्थ रहते हैं। यहाँ तक कि हमारे हिंदू धर्म में सर्दी के मौसम में ही गंगा स्नान का पर्व मनाया जाता है। इसी से आप अंदाज़ा लगा सकते है कि सर्दी के मौसम में ठंडे पानी से नहाने के लाभ होते हैं । आइये जानते है वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने के क्या फ़ायदे और नुक़सान हैं?

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सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने के फ़ायदे

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रक्त संचरण होता है ठीक

सर्दी के मौसम में जब ठंडे पानी से नहाते हैं,तो शरीर का तापमान नियंत्रित करने के लिए ख़ून का दौरा शरीर के सभी अंगों में से सुचारू रूप से होने लगता है। जिससे रक्त नलिकाओं में रुकावट की समस्या दूर होती है, फलस्वरूप ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है।

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त्वचा और बाल बनते हैं स्वस्थ

सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने से त्वचा और बालों के रोम कूप में कसाव आता है।फलस्वरूप बालों के रोम कूप का डैंड्रफ या गंदगी के कारण बंद होने की समस्या नहीं आती है परिणामस्वरूप बाल मज़बूत और चमकीले बनते हैं। त्वचा के रूम कूप में कसाव आने से सीबम जो कि त्वचा से निकालने वाला एक प्रकृतिक तेल है वह रोम छिद्रों में नियंत्रित रखने में मदद करता है जिससे ठंड के प्रभाव से त्वचा मे रुखेपन की समस्या से बचाव होता है।

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रोग प्रतिरक्षा प्रणाली होती है मज़बूत

सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने पर शरीर को गर्म रखने के लिए सफ़ेद रक्त कोशिकाओं में वृद्धि होती है। यह सफ़ेद रक्त कोशिकायें रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाने में सहायक होती हैं

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अवसाद / डिप्रेशन करे कम
ठंडे पानी से सर्दियों में नहाने पर ​​तंत्रिका तंत्र सक्रिय होता हैं। जिसके फलस्वरूप न्यूरोट्रांसमीटर जैसे नोरेपीनेफ्राइन और एंडोर्फिन की रसायन के उत्पादन में वृद्धि होती है, एंडोर्फिन हार्मोन स्ट्रेस दूर करने में सहायक होता है, नोरेपीनेफ्राइन ब्रेन को शरीर में एंडोर्फिन रसायन के उत्पादन की सक्रियता बढ़ाने में मदद करता है। जिससे अवसाद यानि डिप्रेशन कम होता है और शरीर में तजगि एवं स्फूर्ति का एहसास होता है।

माँसपेशियों के दर्द में मिलती है राहत

यदि माँसपेशियों में दर्द की समस्या हो, तो सर्दियों के मौसम में ठंडे पानी से नहाने से दर्द में आराम मिलता है।हालाँकि ठंडे पानी से नहाने के बाद माँसपेशियों में सुन्नता का अनुभव हो सकता है किंतु यही सुन्नता मसल्स की सिकाई से कम की जा सकती है जिससे दर्द में राहत मिलती है।

सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने के नुक़सान
जहा एक तरफ ठन्डे पानी से नहाने के फायदे है वही दूसरी तरफ कुछ नुकसान भी है | शरीरिक रूप से अस्वस्थ लोगों को ठंडे पानी से नहाते समय सावधानी रखनी चाहिए। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग और हृदय रोग से ग्रस्त लोग जैसे कि कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर हो उनको ठन्डे पानी से नहीं नहाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर के तापमान और हृदय गति में अचानक परिवर्तन शरीर को प्रभावित कर सकता है।

इसके अतिरिक्त मधुमेह रोगियों को ठंड से बचाव करने की सलाह दी जाती है क्योंकि शुगर के रोगियों को निमोनिया जल्दी होने का ख़तरा बना रहता है| इस रोग में शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर हो जाती है जिससे सर्दी लगने की सम्भावना अधिक होती है | सर्दी- जुखाम या फिर खाँसी की समस्या होने पर भी ठंडे पानी से नहाना नुक़सानदायक साबित होगा। यदि किसी भी बीमारी की दवा चल रही हो, तो सर्दियों के मौसम में ठंडे पानी से नहाने का फ़ैसला करने से पहले चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।

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