श्री कृष्ण की द्वारिका सहित पानी में दफ़न हैं दुनिया के कई प्राचीन शहर

इस धरती पर हर पल कुछ न कुछ हलचल होती ही रहती है। जो सदियों से अनवरत जारी है। सदियों पहले जो इस जमीन पर शान-ओ-शौकत से विद्यमान था। उसमें बड़ा भाग जमीन में या फिर समुद्र की गहराईयों में दफन हो गया। जब सदियों पुरानी सभ्यता जब जमीन से या समुद्र की गहराईयों से बाहर निकलती है, तो कई रहस्यों पर गिरा पर्दा उठता है। आईए आज आपको भगवान श्री कृष्ण की द्वारिका सहित दुनिया के कई ऐसे प्राचीन शहरों के बारे बताते हैं, जो वक्त की उथल पुथल के चलते पानी की गहराईयों में दफन हो गए। यह ऐसे रहस्य हैं, जो शायद आपने पहले कभी भी नहीं सुने या देखें होंगे। पानी में बसे इन शहरों के अवशेष किसी अजूबे से कम नहीं हैं। पानी में डूबे इन शहरों को नजदीक से देखने के लिए आपको पानी के अंदर स्कूबा ड्रेस पहनकर जाना पड़ेगा।

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भगवान श्री कृष्ण की द्वारिका
भारत के गुजरात प्रांत में कैंबे खाड़ी की गहराईयों में प्राचीन द्वारिका शहर के अस्तित्व मिले हैं। यह अवशेष भगवान कृष्ण की प्राचीन नगरी द्वारिका के है। गोमती नदी के किनारे स्थित यह शहर भगवान कृष्ण की मौत के बाद ही समुद्र में जलमग्न हो गया था। पानी में द्वारिका शहर का मिलना भगवान श्री कृष्ण के महाभारत काल के अस्तित्व को प्रमाणित करता है।

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समुद्र की गहराईयों में मिला मंदराचल पर्वत
गुजरात में सूरत के ओलपाड से लगे पिंजरत गांव के समुद्र में 800 फीट तक की गहराई में एक विशाल पर्वत मिला। पर्वत के विशेष कॉर्बन टेस्ट किए गए। टेस्ट के बाद पता चला कि यह पर्वत वहीं मांधार (मंदराचल) पर्वत है। जो पौराणिक काल में समुद्रमंथन के लिए इस्तेमाल हुआ था। इस पर्वत के मध्य घर्षण के निशान इस बात को प्रमाणित करते थे कि इस पर्वत के चारों तरफ ही वासुकि नाग को मंथन के लिए लपेटा गया था।

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इजिप्ट की क्लियोपेट्रा अलेक्जेंड्रिया
क्लियोपाट्रा शहर का निर्माण इजिप्ट के शासक अलेक्जेंडर द ग्रेट (महान सिकंदर) ने किया था। करीब 1600 साल पहले यह शहर जलमग्न हो गया था। ऐसा कहा जाता है कि सुंदर सम्राज्ञी क्लियोपेट्रा की याद में इस शहर का निर्माण किया गया था। आज से 21 साल पहले समुद्री पुरातत्वविदों ने इस शहर की पानी में खोज की थी।

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जापान का द पिरामिड ऑफ युनागुनी-जिमा
जापान के र्यूक्यू आइलैंड के समीप पानी में द पिरामिड ऑफ युनागुनी-जिमा का अस्तित्व मिला है। एक ही पत्थर से बने इस पिरामिड को लेकर जानकारों में मतभेद है। बडी़ संख्या में माहिर इसे मानव निर्मित कहते हैं, तो कुछ इसे प्रकृति द्वारा निर्मित बताते हैं। यह पिरामिड दस हजार ई.पू. समुद्र में जलमग्न हो गया था। वर्तमान में यह 250 फीट गहरे पानी में विद्यमान है।

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ग्रीक पाव्लोपेट्री
ग्रीक का पाव्लोपेट्री शहर लगभग 1000 ई. पू. भूकंप के कारण पानी के अंदर समा गया था। इसके खंडहरों को देखकर पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि ये मानव निर्मित है। इस शहर को सड़कों, वास्तुकला और कब्रों सहित पूरे योजनागत तरीके से बनाया गया था।

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चीन का लायन सिटी ऑफ क्यूआनडाओ लेक
चीन का लायन सिटी ऑफ क्यूआनडाओ लेक पानी के अंदर बसी दुनिया के प्राचीन और शानदार शहरों में से एक है। पूर्वी हान राजवंश के दौरान इस शहर का निर्माण हुआ था। इस शहर का क्षेत्रफल 62 फुटबाल ग्राउंड के बराबर है। यह शहर पानी में लगभग 85 से 131 फीट नीचे स्थित है।

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जमैका का पोर्ट रॉयल
जमैका का पोर्ट रॉयल शहर आज भले ही धरती पर नहीं पानी में समा चुका है, एक जमाना था जब यह शहर यूरोप के बड़े शहरों में शुमार था। यहां की शराब खूब लोकप्रिय थी। जून 1962 में ये शहर पूरी तरह से जलमग्न हो गया था। इस घटना में करीब दो हजार लोगों की मौत हुई थी।

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प्रदीप शाही

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